विरासत में मिली राजनीति को नही भुना पाने वाले रजनीश ,इस बार फिर पटखनी खा सकते है

नेता को जूते पहनाने, अश्लील विडियो मामले में सुर्खियां बटोर चुके है रजनीश

चुनाव हारने के बाद 5 सालों तक जनता से मुंह मोड़ कर प्रदेश स्तर की राजनीति में सक्रिय रहने वाले स्वर्गीय हरवंश सिंह ठाकुर के पुत्र रजनीश सिंह अब चुनाव आते ही जनता के सामने उनके करीबी होने का दम भर रहे हैं पर हकीकत तो यह है कि पिछले 5 वर्षों में रजनीश सिंह कहीं पर भी दिखाई नहीं दिए हैं इक्का-दुक्का कार्यक्रम में रजनीश सिंह नजर आए पर अधिकतर समय प्रदेश की राजनीति में अपने आकाओं को खुश करने में लगे रहे और यह बात जग जाहिर है की आकाओ को खुश करने में रजनीश सिंह जूते पहनाना और जूते की लेस बांधना भी बखूबी जानते हैं, क्योंकि अपने आका के जूते की लेस बांधते हुए फोटो और वीडियो वायरल होने के बाद सफाई देते फिर रहे थे कि वह उनके पिता तुल्य हैं अगर पिता तुल्य हैं तो फिर 5 साल तक टिकट के लिए लालाकुती करने की जरूरत क्यों पड़ रही है हालांकि  रजनीश सिंह ओछी राजनीति के खिलाडी है एक समय तो ऐसा था जब इनके मोबाइल से अश्लील वीडियो अपने आप सेंड हो गया और ग्रुपों में वायरल हो गया फिर इन्होंने सफाई देते हुए यह कहा कि उनका मोबाइल सुधरने डला था पर अभी तक  मोबाइल सुधारने वाले के ऊपर किसी प्रकार का कोई मामला दर्ज रजनीश सिंह ने नहीं करवाया, जो आवेदन दिया था वह आवेदन के ऊपर भी क्या कार्रवाई हुई आज तक पता नहीं चल पाया है सूत्र तो यह भी बता रहे हैं की आहत व्यक्ति ने रजनीश सिंह के खिलाफ भी आवेदन दिया था पर उस आवेदन में क्या कार्रवाई हुई यह भी आज तक किसी को पता नहीं चली ,रजनीश सिंह माहीर राजनेता है जब अपने आकाओं को खुश करने के लिए जूते की लेस बांध सकते हैं तो मामले को रफा दफा करने के लिए अपनी राजनीतिक पकड़ के मुताबिक और भी बहुत कुछ कर सकते हैं ,बहरहाल आगामी समय में विधानसभा चुनाव है रजनीश सिंह जूतों की लेष बांधकर अपनी टिकिट पक्की कर ली है तो तय माना जा रहा है कि केवलारी से चुनाव लड़ेंगे पर क्या राजनीश सिंह की निष्क्रियता और मतदाताओं के साथ भेदभाव पूर्ण रवैया उन्हें चुनाव जितने में रोड नही बनेगा?पिता की राजनीति पर खरे नही उतरने वाले रजनीश सिंह जनता के बीच अपनी जगह नही बना पाए है,जबकी प्रदेश की राजनिति में लंबे समय तक कांग्रेस को सचालित करने वाले कुशल राजनीतिक स्व. हरवंश सिंह ने अपने राजनैतिक जीवन काल में ऐसे कई कार्य करवाये जो आज भी जिले की जनता को याद है,लेकिन स्व. हरवंश सिंह के पुत्र जिन्हें राजनीती विरासत में मिली है वो इसका उपयोग कर केवलारी विस् चुनाव भी नही जीत पाए थे,अपने पिता के मुलसिद्धान्तों  को बनाये रखने की बजाय उनकी छवि धूमिल करने में अपनी सक्रियता बनाये रखे ।

त्रिविभागिय मंत्री का बेटा कमलनाथ को जूता पहनाता आया था नज़र

रजनीश सिंह है तो गुरु ,उनके अंदर रंगमंच के कलाकार के पूरे गुण विधमान है,तभी तो कमलनाथ के जूतों की बंध भी बांध लिए और चरण वन्दन करने के बाद इस मामले ने तूल पकड़ा तो मिडिया कर्मियों को बता रहे हे की उनके लिये कमलनाथ पिता तुल्य है इस कारण से उन्होंने जूते पहनाए । रजनीश सिंह कितना भी अपने किये कृत्यों को छुपाने की कोसिस कर ले पर उनके दोनों कृत्यों से रजनीश सिंह ने अपने पिता स्व. हरवंश सिंह की छवि को धूमिल करने में कोई कसर नही छोड़ी है क्योंकि एक समय था जब स्व.ठा हरवंश सिंह  प्रदेश की राजनिति में कमलनाथ के सामने विकल्प के रूप में खड़े थे,और रजनीश सिंह उनके जूते उठा रहे है।

चरणवंदना करना रजनीश को इतना पड़ा था महंगा,की चुनाव ही हार गए

पद की प्रतिष्ठा और घमंड ऐसा की अपने ही पांव में जूते पहनने के लिए रजनीश सिंह का सहारा लिया गया। और विधायक जी ने पद की गरिमा की चिंता किये बिना  अपने नंबर आका के सामने बढ़ाने के लिए आका के जूते उठाकर घूमने लगे,और वीडियो वायरल हो गया था,इस वीडियो को देखकर  प्रदेश में चर्चा भी जोरो पर थी कि विधायक जनता की सेवा करने बनाया गया था,न कि आका के जूते उठाकर घूमने को, लोग अपने तरह-तरह के कयास लगाने लगे थे,यही चर्चा चल रही थी कि नौटंकी बाज विधायक है और इसके लिए ये हरकत कुछ भी नहीं है। वहीं दूसरी ओर लोगों का कहना था कि इस विधायक ने बता दिया कि कांग्रेस की परिपाटी ऐसी है की राजनीति चाटुकारिता करने के बाद ही शुरू होती है।

कमलनाथ का जूता उठाने केवलारी विधानसभा से लखनादौन विधानसभा गए थे रजनीश सिंह

 बताया जाता है कि कमलनाथ हिमाचल प्रदेश की पूर्व राज्यपाल स्व. श्रीमती उर्मिला सिंह के निधन के पश्चात उनको श्रद्धांजलि अर्पित करने उनके गृह ग्राम सिवनी जिले के आदिवासी विधानसभा क्षेत्र लखनादौन के अंतर्गत ग्राम घूरवाड़ा पहुंचे थे,प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष पूर्व मुख्यमंत्री ने सबसे पहले स्व. श्रीमती उर्मिला सिंह के चित्र पर पुष्प अर्पित कर अपनी श्रद्धांजलि देकर उनके पुत्र लखनादौन विधानसभा क्षेत्र के विधायक योगेंद्र सिंह बाबा व अन्य परिजनों संग बैठकर शोक संवेदना प्रकट करते हुए श्रीमती सिंह के राजनीतिक जीवन की चर्चा भी की थी और वहां उपस्थित जिले भर से आए हजारों की संख्या में कांग्रेसियों से विस्तृत जानकारी प्राप्त कर चर्चा करते हुए कुछ समस्याओं से ग्रसित ग्रामीणों ने अनेकों आवेदन देकर कमलनाथ से सहयोग व निराकरण के लिए अपील भी की थी, कार्यक्रम के समाप्त होते ही प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ शोकाकुल परिवार से विदा लेकर जा ही रहे थे कि उस दौरान उनके साथ बिल्कुल बराबरी से चल रहे,उस वक्त केवलारी विधानसभा क्षेत्र के विधायक  ठाकुर रजनीश हरवंश सिंह कमलनाथ के पैरों में झूककर जूते पहनाते हुए दिखाई दिये, और इस चाटूकारिता का वीडियो वहां मौजूद मीडिया कर्मियों ने अपने कैमरे में कैद कर लीया था।उक्त वीडियो में स्पष्ट रूप से दिख रहा था कि किस तरह चाटुकारिता की हद पार करते अपने पद लोलुपता के लिए परेशान  ठाकुर हरवंश सिंह खानदान के राजनीतिक वारिश जूता पहनाकर अपनी राजनीति मजबूत कर रहे थे।

नंगी/अश्लील/ब्लू / फ़िल्म का वीडियो  सोसल मीडिया में डालने से रजनीश का नाम सुर्खियों में था

जिले की जनता के द्वारा नौटंकीबाज,और बहरूपिया की उपमा से नवाजे जाने  वाले रजनीश सिंह वहीं विधायक हैं जो समय-समय पर क्षेत्र की जनता को आकर्षित करने और मनोरंजन करने के लिए तरह-तरह के रुप धारण करते हैं, कभी अहिरी नृत्य कर लेते है,कभी रामलीला में अभिनय कर लेते है,ये वही विधायक हैं जिन्होंने अपने मोबाइल से वाट्सअप ग्रुप में अश्लील/ नंगी/ वीडियो डालकर अपने आप को बेगुनाह बताकर पूरे मजे ले लिए थे, और जिले की जनता को चौका दिया था। मध्यप्रदेश में सिवनीं जिले की केवलारी विधानसभा में एक जिम्मेदार जनता के सेवक के रुप में चुने जाने वाले विधायक के इस कृत्य का वीडियो जैसे ही सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था तो तरह तरह की चर्चाओं का दौर शुरु हो गया था, क्योंकि वीडियो रजनीश सिंह के मोबाइल से डाला गया था तो रजनीश सिंह अपनी सफाई देते हुए यह कह रहे थे कि उन्होंने मोबाइल सुधरने दिया था ,जब मीडिया ने उनसे यह सवाल पूछा कि अगर आपने मोबाइल सुधारने दिया था तो यह वीडियो मोबाइल सुधारने वाले ने डाला होगा तो ऐसे में मोबाइल सुधारने वाले के खिलाफ कार्यवाही क्यों नहीं ? परंतु रजनीश सिंह ने मोबाइल सुधारने वाले के ऊपर किसी प्रकार की कोई कार्यवाही नहीं करवाई, क्योंकि ऐसी कोई कार्यवाही हुई होती तो इसका प्रमाण मीडिया को रजनीश सिंह जरूर देते,दूसरा सवाल यह पैदा होता है कि चाहे रजनीश सिंह ने वीडियो डाला हो या मोबाइल सुधारने वाले ने वीडियो डाला हो पर वह वीडियो रजनीश सिंह के मोबाइल में क्या कर रहा था ?क्या रजनीश सिंह अश्लील और नंगे वीडियो देखने का शौक रखते हैं, क्या अपनी विधानसभा की जनता के हित के काम सोचने के बजाए रजनीश सिंह नंगे और अश्लील वीडियो देखना पसंद करते थे जिसके परिणाम स्वरूप दोबारा चुनाव नही जीत पाए,उस वक्त नंगी वीडियो मामले को लेकर रजनीश सिंह मुंह छुपाते नजर आए थे सूत्र तो यह भी बताते हैं की यह वीडियो जिस ग्रुप में डाला गया था उस ग्रुप के अहम सदस्य ने रजनीश सिंह के खिलाफ पुलिस अधीक्षक को शिकायत भी की थी, परंतु उस शिकायत में भी रजनीश सिंह के ऊपर किसी प्रकार की कोई कार्यवाही नहीं हुई ,चर्चाएं तो यह चल रही थी की आहत शिकायतकर्ता और रजनीश सिंह के बीच में लंबी और आर्थिक बैठक हुई,जिस बैठक इस शिकायत को खत्म किया गया था, परंतु यह घटना स्वर्गीय ठाकुर हरबंस सिंह के किए कराए पर बट्टा लगाने के लिए काफी थी, जो रजनीश सिंह के मोबाइल से की गई साथ ही  प्रदेश को अपनी राजनीति का लोहा मनवाने वाले दिग्गज नेता का पुत्र जब अपने आका के जूते उठाकर घूमता है,नंगी वीडियो सोसल मीडिया पर डालता  तो जनता क्या ऐसे नेता को अपना प्रतिनिधि चुनेगी, इन सब घटनाओं को देखने और सुनने के बाद तो जनता यही कहते नजर आ रही है की रजनीश सिंह से केवलारी विधानसभा पहले भी नहीं संभली है ,जनता का कहना है उनसे मनोरंजन के काम करवा लो ,नेताओं की चरण पादुकाएं उठवा लो और सोशल मीडिया पर जमकर सुर्खियां बटोरने बोल दो,इसके अलावा जनता के सुख-दुख से उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता है इसीलिए रजनीश सिंह से बेहतर कोई और विकल्प के रूप में जनता का मत दिखाई देता है।

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