दोनों भाई बने नटवरलाल, किया करोड़ो का झोल , खुली पोल,हो सकता है मामला दर्ज,पुलिस उधेडेगी बेईमानो की खाल
जिस प्रकार ठगी के मास्टर नटवर लाल ने 3 बार आगरा का ताजमहल, दो बार लाल किला, एक बार राष्ट्रपति भवन और एक बार पूर्व राष्ट्रपति राजेन्द्र प्रसाद के फर्जी साइन कर संसद भवन तक को बेच दिया था उसी तरह सिवनी के अखिल और निखिल शुक्ला ने 2 मकान,3 दुकान को फर्जी तरीके से दर्जनों लोगों को बेचानामा लिख ठगी की है,नटवरलाल को नौ बार गिरफ्तार किया गया था,उसे जालसाजी के 14 मामलों के लिए दोषी ठहराया गया था और 113 साल की सजा सुनाई गई थी,वह अमीरों से लूट कर गरीबों को देता था पर सिवनी के नटवर लाल अखिल और निखिल ने अपनी अय्यासी कर लिए सहर के अमीरों को निशाना बनाया, हर बार नया झूठ बोलकर करोड़ो रुपया ऐंठा और जब रुपये लौटाने की बात आई तो झूठे गम्भीर आरोप लगाकर बचने की कोसिस कर रहे है ,बताया जाता है कि नटवर लाल की मृत्यु 2009 में हुई और 2009 से ही सिवनी के नटवर लाल अखिल और निखिल ने फर्जीवाड़ा की इबारत लिखना शुरू कर दिया था जिसके सबूत चिख चिख कर यह कह रहे हैं की 2008-0 9 से अखिल और निखिल ने आने वाले समय में फर्जीवाडा करने की रणनीति बनाते हुए कागज तैयार करने शुरू कर दिए थे। बहरहाल अखिल निखिल और इस फर्जीवाड़ा में सम्मिलित लोगो की अब पोल खुल चुकी है झूठ बोलकर करोड़ों रुपया ऐठकर रुपया लौटना न पड़े इश्लिये लेनदार पर गंभीर आरोप लगाते हुए शिकायत करने वाले नटवरलाल अखिल ,निखिल और उसके परिजनों के खिलाफ अब लेनदारों ने मोर्चा खोल लिया है अखिल निखिल के फर्जीवाडा के दस्तावेज पुलिस के पास पहुंच चुके हैं और मीडिया के सामने भी सारा काला चिट्ठा खुल चुका है अब देखना यह है कि पुलिस इन नटवरलाल दोनों भाइयों और उनके सहयोगियों के ऊपर क्या कार्रवाई करती है ?
कौन है अखिल और निखिल जो बने सिवनी के नटवर लाल
भैरोगंज के महामाया वार्ड में स्टेडियम के पीछे रहने वाले अखिल शुक्ला और निखिल शुक्ला पिता स्वर्गीय दिलीप शुक्ला ने मुंगेरीलाल के सपने देख रातों-रात करोड़पति बनने की चाह रखते हुए रजिस्ट्री दस्तावेजो के फर्जी कागज बनाकर नटवरलाल बन गए, अखिल और निखिल शुक्ला बरघाट रोड रेलवे क्रॉसिंग के पास एक मोबाइल एसेसरीज की दुकान खोली और उसके बाद हुआ फर्जी वाड़े का खेल शुरू ,अपने आसपास की सरकारी जमीन में बने पट्टे के मकान को खरीदकर साथ गांठ करते हुए नामांतरण करवाया और उन दुकानों पर प्राइवेट बैंको को धोखे में रख कर्ज लेकर 6 से ज्यादा चार चक्का व्यावसायिक वाहन खरीदते हुए पास पड़ोस के जिलों से मोबाइल की एसेसरीज खरीद कर जिले में सप्लाई शुरू किया बड़ा कारोबार दिखाकर लोगों से रुपया ऐंठा था ,कर्मो से भिखारी और ख्वाब नवाबों के अखिल और निखिल ने आधा दर्जन से ज्यादा लोगों को रजिस्ट्री कर दी तो वही कई बैंकों में अपने जगदंबा सिटी स्थित मकान और बरघाट रोड स्थित दुकान को बंधक बना करोड़ों रुपए का हेरफेर किया जब बात पैसे देने की आई तो अपनी पत्नियों को आगे कर लेनदारों के नाम बदनाम करते हुए शिकायत कर दी।
2 मकान, 3 दुकान,लगभग 6 बैंको में रखा बंधक,4 व्यक्तियों को लिखा बेचानामा,1 व्यक्ति को किया रजिस्ट्री
सिवनी के नटवरलाल अखिल और निखिल ने जल्दी पैसा कमाने के लिए बैंक सहित नगर के कई व्यवसाईयों को फर्जीवाडा कर ठगी का शिकार बनाया सर्सरी तौर पर देखा जाए तो जगदंबा सिटी में स्थित प्लाट नंबर 145 जिसकी भवानी प्रसाद मिश्रा के नाम से निखिल शुक्ला के नाम रजिस्ट्री हुई थी,जिस रजिस्ट्री को निखिल शुक्ला ने अपने भाई अखिल शुक्ला के नाम 10 /5 /2023 को कर दिया था, इसके बाद निखिल शुक्ला जिसके पास अब किसी प्रकार की कोई रजिस्ट्री प्लाट 145 की नहीं थी बावजूद इसके फर्जीवाड़ा करते हुए निखिल ने महेंद्र सिंह भाटिया से 23/6/ 2023 को एग्रीमेंट कर लाखो रुपया ले लिया ,अब अखिल शुक्ला ने 12/7/ 2023 को हिंदुजा बैंक में इस प्लाट 145 को बंधक रखकर लाखो रुपये कर्ज ले लिया, इसके बाद अखिल शुक्ला ने जितेंद्र सनोडिया से 30/5/24 को एग्रीमेंट करते हुए लाखों रुपए लेकर एग्रीमेंट कर लिया, इनका फर्जीवाड़ा यहीं पर खत्म नहीं हुआ ,अब अखिल शुक्ला ने इस प्लाट 145 को 26/7/2024 को राजा श्रीवास्तव के नाम से रजिस्ट्री कर दिया,बताया जाता है कि प्लाट न 144 और 145 बंधन बैंक में भी सालो से बंधक है जिस पर लगभग 45 लाख का कर्जा है,इस तरह दोनों भाई नटवरलाल बनकर बैंकों को फर्जी दस्तावेज देकर ठगे है और कलर फोटोकापी करवाकर फर्जी दस्तावेज के भरोसे नगर के व्यापारियों को भी अपनी लूट का शिकार बनाया है, इसके अलावा बरघाट रोड में स्थित पट्टे की जमीन पर स्थित तीन दुकानों को अलग-अलग तीन प्राइवेट बैंकों से कर्ज लेते हुए लगभग आधा दर्जन लोगों से बेचानामा तैयार कर लाखो रुपए ठगे हैं, और जब इन दोनों भाईयों की ठगी का पता इनके द्वारा ठगे गए लोगों को चला तो अपने दिए गए रुपए मांगने लगे तब जिन लोगों से अखिल और निखिल ने लिखा पढ़ी की थी उनके ऊपर ब्याज का आरोप लगाते हुए अपनी पत्नियों से शिकायत करवाकर नगर के व्यापारियों पर दबाव बनाने लगे ,पत्रकारों को बुलाकर बयान बाजी करते हुए वीडियो बनवाएं और पत्रकारों पर भी यह दबाव बनाया कि अगर वीडियो वायरल नही किया गया तो हम अपनी जान दे देंगे कुल मिलाकर लोगों का करोड़ो रुपया ऐंठ कर उन्हें रुपया वापस न करना पड़े ऐसी मनसा लिए अखिल और निखिल के साथ-साथ उनकी पत्नियों ने इस षड्यंत्र को रच कर सिवनी नगर में नटवरलाल की कहानी को दोहरा दिया।
ऐसा कोई सगा नही जिन्हें शुक्ला बंधुओं ने ठगा नही
दर्जन भर लोगो को बेवकूफ बनाकर करोड़ो रूपये का फर्जीवाड़ा करने वालो का भेद खुला तो शिकायत कर झूठा आरोप लगाने वाले अखिल निखिल शुक्ला मीठी मीठी बातें कर अपनी बातों में फंसा कर पारिवारिक संबंध बनाने की कोशिश करते हैं, इन नटवरलाल भाइयों के बारे में बताया जाता है कि यह जिनको शिकार बनाना रहता था पहले उनसे संपर्क कर दोस्ती करने की कोशिश करते थे उनके मोबाइल में सुबह शाम मैसेज करते हुए अपनापन दिखाने की कोशिश करते है, उसके बाद झूठी बात बोलते हुए अपनी मजबूरी बताकर उनसे पैसा मांगते हैं और बदले में अपनी प्रॉपर्टी बेचने की बात करते हैं,बताया जाता है कि जिन लोगों के साथ अखिल और निखिल की लिखा पढ़ी में लेनदेन है उन लोगों को फसाने की बात तो अखिल और निखिल ने कर लिए पर जिन्होंने उनकी बातों में आकर बिना लिखा पढ़ी के अखिल और निखिल को मदद के नाम पर कर्ज दिया वे लोग तो इस शिकायत के बाद डर कर अभी भी छिपे हुए हैं कि उनका नाम ना आ जाए ऐसे दर्जनों लोग हैं जिन्हें अखिल और निखिल ने ठगी का शिकार बनाया है जो भी इनके संपर्क में रहता वही इनका शिकार हो जाता था ,बताया जाता है कि इन्होंने अपनी सगी बहन को भी ठगी का शिकार बनाया था, ऐसे में कहा जा सकता है कि ऐसा कोई सगा नहीं जिनको अखिल और निखिल ने ठगा नहीं ।
बंटी और बबली की कहानी सिवनी न्यूज़ की जुबानी क्रमशः