नेता और सांप बाप रे बाप

कांग्रेस का कचरा, भाजपा में आने से भाजपा का कचरा खुश

भाजपा में इन दिनों बहार आई हुई है सरकार शरणार्थियों को शरण देने टेंट लगाती है भाजपा ने टेंट की जगह डस्टबिन लगाए हुए हैं और जो शरणार्थी दूसरी पार्टियों से भाजपा में आ रहे हैं उन्हें भाजपा के बड़े नेता गीला और सूखा कचरा बोल रहे हैं ,ऐसे में पूरे देश में कांग्रेस पार्टी के छोटे से बड़े नेता पार्टी छोड़ भाजपा की शरण में आ रहे हैं बताया जाता है कोई नेता ईडी के डर से भाजपा में आ रहा है, कोई व्यापार बचाने आ रहा है ,कोई अपराध छुपाने आ रहा है, कोई सफेद पाउडर तो कोई जुआ और सट्टा का व्यापार छुपाने आ रहा है, कुल मिलाकर भाजपा की वाशिंग मशीन में अपने आपको सदस्यता के डिटर्जेंट पाउडर से धोकर साफ सुथरा करने की कोशिश कर रहे है, कांग्रेस नेता अपने भविष्य की चिंता किए बिना भाजपा में शरण ले रहे हैं और भाजपा की शरण लेते ही भाजपा में पहले से मौजूद जो कचरा है वह कांग्रेस के कचरे को अपनी पार्टी में आते देख खुशी मना रहा है,भाजपा के कचरा की सोशल मीडिया पर भी खुशी की लहर दिखाई दी थी पर अचानक से 2 घंटे बधाई संदेश चलने के बाद पूरी तरह विराम लग गया,जबकि ईमानदार भाजपाई ने बधाई नही दी,बल्कि ऐसा लग रहा था कि वे नाराज है,सूत्र बताते हैं कि शायद जोश में होश खो बैठे भाजपा के कचरा ने बधाई तो दे दिया पर बाद में समझ में आई कि यह बधाई उनको महंगी पड़ सकती है क्योंकि भाजपा का वही कचरा कांग्रेस के कचरे को बधाई दे रहा था जो कचरा चुनाव के वक्त भाजपा प्रत्याशी के विरोध में काम किया था , कांग्रेस और भाजपा का कचरा मिलकर भाजपा के बारूद से खिलवाड़ करने की कोशिश करेंगे, कुल मिलाकर राजनीति अब तमाशा बनी हुई है,और ईमानदार नेता तमाशबीन,कांग्रेस नेता अब भविष्य की चिंता छोड़, वर्तमान को सुरक्षित करने भागम भाग मचा रहे हैं ,कल तक जिस पार्टी और नेता को नाना प्रकार से संबोधित करते हुए जोश के साथ कोशते थे अब भाजपा पार्टी में भीगी बिल्ली बनकर उसी नेता के बारे में गलत बोलने से कांप रहे हैं ,जनता जनार्दन तमाशा देख अब बोल रही है नेता और सांप बाप रे बाप ।

सिवनीं भाजपा का दोहरा चरित्र आया सामने

कांग्रेसियों के भाजपा में आने के बाद सिवनीं की भाजपा का दोहरा चरित्र सामने आया है विधानसभा चुनाव के दौरान मुनमुन राय को टिकट मिलने के बाद संगठन के कुछ लोगो ने पूरी तरह मुनमुन राय के खिलाफ होने के साथ-साथ पार्टी के खिलाफ भी कार्य किया था जिसकी शिकायत भी शीर्ष नेतृत्व में की जा चुकी है प्रमुख रूप से भाजपा के जिला अध्यक्ष और उनके करीब में रहने वाले लोगों की,जिन्होंने संगठन को किस तरह  चलाया यह बात प्रदेश के संगठन को पूरी तरह ज्ञात है, चुनाव के दौरान अपने ही प्रत्याशी से दूरी बनाकर विपक्ष प्रत्याशी से कैसे संबंध रहे हैं यह नगर की जनता ने देखा है, चुनाव के चलते विपक्ष प्रत्याशी के द्वारा भाजपा और भाजपा प्रत्याशी के खिलाफ व्यक्तिगत टिप्पणियां भी की गई थी परंतु अपनी ही पार्टी और भाजपा के प्रत्याशी के खिलाफ टिप्पणी करने वाले को शीर्ष नेतृत्व के सामने सदस्यता दिलवाते हुए भाजपा अध्यक्ष का चित्र वायरल होने के बाद अब यह कहा जा रहा है कि भाजपा का दोहरा चरित्र सामने आया है क्या भाजपा संगठन इतना कमजोर हो गया है कि अब सहारे के लिए कांग्रेस से नेता आयात कर अपनी टीम मजबूत करेंगे।

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