मामला ग्राम पंचायत धपारा (गंगेरुआ)का जहां पर बगेर बाजार नीलामी शासकीयअनुबंध के वसूली की जा रही बाजार नीलामी की राशि
राकेश अगरवार बरघाट _
शासकीय राशियों का गबन करना कोई ग्राम पंचायत सरपंच सचिव से सीखे बरघाट जनपद अंतर्गत अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत धपारा (गंगेरआ )में ऐसा मामला प्रकाश में आया है जहां पर विकास तो हुवा नही परंतु विकास के नाम पर कागजी कार्यवाही में ग्राम वासियों को भ्रमित कर जनपद पंचायत अधिकारी कर्मचारियों के साथ सांठगांठ कर ग्राम के विकास को पलीता लगा कर ग्रामपंचायत की राशियों का बंदरबांट की गई,ग्राम में स्थित शासकीय राशियों में हेर फेर सरपंच सचिव के द्वारा किया जा रहा है। सरपंच सचिव के द्वारा लाखो का घोटाला कर रहे हैं बाजार नीलामी ना कर बिना शासकीय अनुबंध के बाजार की राशि वसूली जा रही है , ग्राम वासियों ने बताया की ग्राम में वर्ष 2023_2024 की बाजार नीलामी ,बाजार का ठेका सरपंच सचिव के द्वारा नही कराया गया है, बाजार वालो से अत्यधिक राशि ली जा रही है प्रत्येक सप्ताह जिस बाजार का ठेका किया ही नहीं गया है तो फिर कौन से नियम वा कानून के तहत ग्राम पंचायत धपारा (गंगेरुआ ) में ग्राम पंचायत अधिकारी कर्मचारियों के द्वारा ग्राम के बाजार में आने वाली दुकानों से राशि वसूली की जा रही है।
सरपंच सचिव व उनके गुर्गे कर रहे बाजार की वसूली
ग्राम पंचायत धपारा (गंगेरुआ) के सरपंच हर सप्ताह ग्राम में लगने वाले साप्ताहिक बाजार की नीलामी न कर स्वयं वा ग्राम के कुछ उनके गुर्गों के साथ मिलाकर बाजार में आने वाली दुकानों से वसूली कर रहे हैं ग्रामवासियों के विरोध करने पर सरपंच का कहना की मैं प्रत्येक बात जिला कलेक्टर को मौखिक रूप से अवगत करा देता हूं , ग्राम वासियों ने लिखित मांगा तो हर कार्य लिखित नही किए जाते का राग ग्राम पंचायत द्वारा अलापा जा रहा है। आखिर किस कारण से ग्राम पंचायत धपारा(गंगेरुआ) सरपंच सचिव बिना बाजार ठेका बाजार नीलामी किए राशि अवैध रूप से विगत 1 वर्षो से वसूल रहे हैं , आखिर बाजार वसूली की राशि कहां जा रही है ।
आखिर किसके संरक्षण में जारी है अवैध बाजार वसूली
ग्राम के राजस्व अधिकारी राजस्व विभाग होते हैं जिनके आधार पर ग्राम की बैठकी बाजार की नीलामी कराकर राशि ग्राम पंचायत के खाते में राजस्व विभाग जमा कर ग्राम विकास में लगाई जाती है परंतु ग्राम पंचायत धपारा (गंगेरुआ)में विगत 1 वर्ष से बाजार नीलामी नही कराई गई है तो फिर ग्राम पंचायत सरपंच सचिव किस आधार से साप्ताहिक बाजार की राशि की अवैध वसूली कर रहे हैं जबकि बाजार की नीलामी की ही नहीं गई, जनपद पंचायत बरघाट अधिकारी और राजस्व विभाग की भूमिका भी संदिग्ध नजर आ रही है या फिर ग्राम पंचायत सरपंच सचिव के साथ गांधी छाप कागज का सेटअप कर बिना बाजार नीलामी के अवैध राशि ग्राम पंचायत में बाजार से वसूली की जा रही है दुकानदारों से जिसकी कोई रशीद भी नही दी जा रही है दुकानदारों को आखिर किसके संरक्षण में इतना बड़ा घोटाला उक्त ग्राम पंचायत सरपंच सचिव कर रहे हैं । क्या जिला प्रशासन कलेक्टर मोहदय अवैध राशि वसूली करने वालो पर कठोर कार्यवाही करेंगे ?